बाड़मेर. राजस्थान में पाकिस्तानी सीमा से लगे बाड़मेर जिले में सेक्सटॉर्शन के मामले के खुलासे के बाद भूचाल आ गया है. बाड़मेर पुलिस ने बीते मंगलवार को न्यूड वीडियो से ब्लैकमेलिंग के मामले में दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, नामों का खुलासा नहीं किया गया है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह एक हाईप्रोफाइल केस है इसलिए सीनियर ऑफिसर यहां पहुंचे हैं और जोधपुर-जयपुर से इस मामले पर नजर रखी जा रही है।
वहीं बताया जा रहा है कि यह मामला काफी हाइप्रोफाइल है और इसमें गिरोह का शिकार सत्ताधारी पार्टी के एक नेता भी हुए हैं. इस मामले में 5 गिरफ्तारियों के बाद जोधपुर रेंज आईजी बाड़मेर में डेरा डाले हुए हैं और खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में पीड़ित रामस्वरूप ने बताया कि करीब तीन साल पहले एक महिला ने उसे अपने घर बुलाया था. वहां पहले से एक युवती मौजूद थी, जिसका परिचय उसने अपनी सहेली के रूप में कराया. इसके बाद दोनों ने मुझे कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया और नशे की हालत में युवती से मेरे शारीरिक संबंध स्थापित करवाए और विवाहिता समेत उसके सहयोगियों ने इसका वीडियो भी बना दिए.
इस वीडियो के बाद बाड़मेर और जोधपुर के रहने वाले कई लोग इन दोनों महिलाओं के साथ उसे ब्लैकमेल करने लगे. पीड़िता का आरोप है कि इन लोगों ने उसे झूठे मुकदमे में फंसाने और ब्लैकमेल कर करीब 50 लाख रुपये की मांग की, जो उसने पूरी कर दी.

50 लाख के बाद 5 करोड़ की डिमांड
नशे में बनाए शारीरिक संबंध
पीड़ित रामस्वरूप ने रिपोर्ट में बताया है कि 3 साल पहले एक महिला के बुलाने पर मैं उसके घर गया जहां महिला ने अपनी एक सहेली से उसका परिचय करवाया और इसके बाद उसे कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया और नशे की हालत में युवती के साथ उसके शारीरिक संबंध बनाकर वीडियो बना लिया गया.
पीड़ित ने कहा है कि इसके बाद बाड़मेर के रहने वाले शेलेंद्र अरोड़ा, जोधपुर के दयाल, पीयूष जैन, भागीरथ गोदारा और दोनों महिलाएं 50 लाख रुपए की मांग कर ब्लैकमेल करने लगे. पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि उसने 50 लाख रुपये दिए हैं उसके बाद भी उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है.

सेक्सटॉर्शन कांड में आरोपी महिला सरकारी कर्मचारी
वहीं बताया जा रहा है कि आरोप में जिस व्यक्ति को जोधपुर से पकड़ा गया है उसकी एक रिश्तेदार महिला की पूरे मामले में अहम भूमिका बताई जा रही है. इसके अलावा महिला के सरकारी कर्मचारी होने का भी पता चला है.
फिलहाल पुलिस ने मंगलवार की कार्रवाई के बाद पांच लाइन का एक प्रेस नोट जारी कर आरोपियों के पकड़ जाने की पुष्टि की है. सूत्रों का कहना है कि पूरे मामले में सत्ताधारी पार्टी के एक नेता गिरोह का शिकार बने हैं जिसके बाद मामले में एक्शन गोपनीय तरीके से लिया जा रहा है.
50 लाख देने के दोनों गवाह बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन के करीबी
शैलेंद्र अरोड़ा के पिता ने अपहरण का मामला दर्ज कराया
दूसरी तरह शैलेंद्र अरोड़ा की गिरफ्तारी से आहत उसके पिता गोपाल अरोड़ा ने कोतवाली थाने में बेटे के अपरहण का मामला दर्ज करवाया है. आरोपी के पिता कृष्ण गोपाल अरोड़ा निवासी लक्ष्मी नगर बाड़मेर ने रिपोर्ट देकर बताया कि मंगलवार को 9 बजे 8-10 लोग खुद को बाड़मेर पुलिस के जवान बताकर आए। वे गुजरात पासिंग गाड़ी में आए थे और घर में घुस गए। इसके बाद पुत्र शैलेंद्र अरोड़ा को पकड़ कर गाड़ी में डालने लगे।
हम सभी परिवारजनों ने विरोध किया। इस पर परिवार के सभी लोगों के मोबाइल छीन कर ले लिए। यह कह कर गए कि शैलेंद्र से पूछताछ कर एक घंटे में छोड़ देंगे। पिता कृष्ण गोपाल का आरोप है कि इसके बाद से परिवार वाले लगातार पुलिस से संपर्क कर रहे है लेकिन अरोड़ा का कुछ पता नहीं लगा।
देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।