फिल्म के फिल्म महोत्सव में जाने की खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मनोज ने कहा, जोरम एक बहुत ही खास फिल्म है और वैश्विक स्तर पर फिल्म को मिल रहे प्यार से मैं अभिभूत हूं। देवाशीष ने प्रशंसनीय काम किया है और जी स्टूडियोज से बेहतर कोई भी इस प्रोजेक्ट का समर्थन नहीं कर सकता था। मुझे खुशी है कि अब फिल्म डरबन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जा रही है।
फिल्म हार्ड-हिटिंग साइकोलॉजिकल थ्रिलर है, इसमें मनोज अपनी बेटी की रक्षा के लिए भाग रहे है। फिल्म में मोहम्मद जीशान अय्यूब, स्मिता तांबे, मेघा माथुर, तनिष्ठा चटर्जी और राजश्री देशपांडे प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
देवाशीष मखीजा ने कहा: जोरम एक भावनात्मक रूप से जीवित रहने वाली थ्रिलर कहानी है, जिसमें एक आदिवासी व्यक्ति का शक्तिशाली ताकतों द्वारा पीछा किया जाता है, जो उसे मरवाना चाहते हैं। उसे अपनी नवजात बेटी को जीवित रखने के लिए भागते रहना पड़ता है।
फिल्म सामाजिक असमानताओं, आदिवासी समुदायों के साथ अन्याय और वनों की कटाई जैसे मुद्दों से भी निपटती है।
फिल्म का निर्माण जी स्टूडियोज ने मखीजाफिल्म के साथ मिलकर किया है। फिल्म एनएफडीसी के फिल्म बाजार में व्यूइंग रूम के एफबीआर सेक्शन का भी हिस्सा रही है।
/