सबल सिंह भाटी, बाड़मेर । बाड़मेर के चर्चित कमलेश प्रजापत के तथाकथित एनकाउंटर (kamlesh prajapat encounter) मामले में 2 सीसीटीवी वीडियो वायरल होने से पुलिस के दावे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कमलेश के घर के पड़ोस में स्थित एक फैक्ट्री के डीवीआर से लीक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहे हैं।
इस वीडियो से यह खुलासा हो रहा है कि कमलेश की तरफ से गोली ही नहीं चली, गोली केवल पुलिस की तरफ से चली पुलिसकर्मी डंडे से कमलेश की गाड़ी के आगे का कांच तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। फिर एक पुलिसकर्मी रिवाल्वर ताने दिखता है कुछ ही देर बाद वीडियो में गाड़ी से एक युवक को पुलिसकर्मी घसीटते हुए गाड़ी में डालते हुए दिख रहे हैं । 6 मिनट 25 सेकंड के पहले वीडियो में गाड़ी बाहर निकालने से लेकर गाड़ी में डालने तक का पूरा वाकया कैद है इन वायरल वीडियो ने कमलेश प्रजापत एनकाउंटर (kamlesh prajapat encounter) की पुलिसिया कहानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कमलेश प्रजापत एनकाउंटर पर 5 बड़े सवाल –
- 1. जब आरोपी की ओर से फायरिंग नहीं हुई फिर उसे सीधे सीने पर गोली क्यों मारी गई?
- 2. कमलेश पूरी तरह गिर चुका था उसके बावजूद पुलिस ने उसे जिंदा पकड़ने की कोशिश क्यों नहीं की?
- 3. पुलिस के जवान ने कमलेश की एसयूवी का आगे का कांच डंडे से क्यों तोड़ा?
- 4. सदर थाने में दर्ज एफआईआर . 136/2021 में लिखा है कि दिनेश ने एसयूवी गाड़ी के आगे खड़े रहकर पांव पर फायरिंग की, कमांडो दिनेश के पास ऐसा क्या उपकरण था जिससे ड्राइवर सीट पर बैठे कमलेश के पांव कैसे दिख रहे थे?
- 5. एसपी के अनुसार उस समय उसके पास पिस्टल नही थी तो एफआईआर में बताए अनुसार पुलिस को तीन फायर करने की क्या जरूरत पड़ी?
पुलिस ने सुनियोजित तरीके से सीधे गोली मारकर कमलेश की हत्या की – राजेंद्र राठौड़।

राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर कहा कि बाड़मेर में पुलिस ने जिस तरह से कमलेश प्रजापत हत्याकांड (kamlesh prajapat encounter) को एनकाउंटर के नाम पर अंजाम दिया है उससे राजस्थान में कानून के शासन की सरेआम धज्जियां उड़ी है, कहा कि पुलिस और तस्कर मुठभेड़ का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीसीटीवी फुटेज से साफ झलक रहा है कि पुलिस ने बिना किसी संघर्ष के सुनियोजित तरीके से सीधे गोली मारकर कमलेश की हत्या की है,
राजेंद्र ने कहा कि गहलोत सरकार का इकबाल मर चुका है यह घटनाक्रम पुलिस अपराधी नापाक गठजोड़ व पुलिस की गुंडागर्दी का प्रतीक है राठौड़ ने कहा कि सरकार इस प्रकरण की जांच न्यायिक उच्च अधिकारी अथवा सीबीआई से करवाएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
केंद्रीय मंत्री ने एनकाउंटर को बताया फर्जी सीबीआई जांच की मांग।

सांसद एवं जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कमलेश प्रजापत के तथाकथित एनकाउंटर (kamlesh prajapat encounter) को फर्जी करार देते हुए सीबीआई जांच की मांग की, सांसद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि सीसीटीवी फुटेज से लगता है कि पुलिस ने कमलेश की हत्या की है और फिर से एनकाउंटर का नाम दिया है। उन्होंने लिखा कि पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के इशारे पर काम कर रहा है इसलिए राज्य स्तर की जांच एजेंसियों की पड़ताल पर भरोसा नहीं किया जा सकता इसलिए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए।

बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के अनुसार – हमें यह सूचना मिली थी कि पाली में थानेदार पर गाड़ी चलाने के आरोप में कुख्यात तस्कर सदर थाने के पीछे मकान में हो सकता है. इस पर पुलिस की टीम ने दबिश दी कुख्यात तस्कर की ओर से हेड कांस्टेबल पर गाड़ी चलाकर मारने की कोशिश की गई. इस पर पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिसमें कमलेश प्रजापत घायल हो गया. अस्पताल में ले गए तो उसे मृत घोषित कर दिया गया. हमने मौके पर आकर पूरे तथ्यों को जुटा दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
बाड़मेर पुलिस के अनुसार पुलिस के साथ एनकाउंटर में बाड़मेर जिले के कुख्यात तस्कर कमलेश प्रजापत की पुलिस के साथ एनकाउंटर (kamlesh prajapat encounter) में मौत हो गयी है. पुलिस ने कमलेश प्रजापत के घर से करीब 60-70 लाख की नकदी, बड़ी मात्रा में अफीम, हथियार और सोने के गहने बरामद किये हैं. पुलिस ने कमलेश की आधा दर्जन से अधिक लग्जरी गाड़ियों को भी जब्त किया गया है.
देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।