चंद्र बोस ने बंगाल के राज्यपाल से जापान से नेताजी की अस्थियां घर लाने की पहल करने का किया आग्रह

Sabal Singh Bhati
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कोलकाता, 22 फरवरी ()। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पौत्र चंद्र कुमार बोस ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस से मुलाकात की और टोक्यो के रेंकोजी मंदिर से भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी की अस्थियां वापस लाने के लिए केंद्र से कदम उठाने की अपील की।

चंद्र बोस ने राज्यपाल से केंद्र सरकार के साथ बातचीत शुरू करने का अनुरोध किया ताकि केंद्र सरकार 18 अगस्त, 1945 को नेताजी की मृत्यु की पुष्टि करने वाले अंतिम बयान को अब निर्णायक सबूत के आधार पर जारी कर सके।

राज्यपाल के साथ अपनी बैठक के दौरान, चंद्र बोस ने बाद में यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने बंद करने के लिए नेताजी से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने की पहल की थी। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की दस जांच रिपोर्ट सहित सभी वगीर्कृत फाइलों के जारी होने के बाद बोस ने यह भी तर्क दिया कि यह स्पष्ट है कि नेताजी की मृत्यु 18 अगस्त, 1945 को हुई थी।

चंद्र बोस काफी समय से टोक्यो के रेंकोजी मंदिर से नेताजी की अस्थियों की वापसी को लेकर मुखर रहे हैं।

जनवरी में के साथ अपने साक्षात्कार में, महान भारतीय नायक और स्वतंत्रता सेनानी की 126वीं जयंती से कुछ दिन पहले, चंद्र बोस ने कहा कि नेताजी की बेटी अनीता बोस फाफ भी चाहती हैं कि उनके पिता के पवित्र अवशेष भारत वापस लाए जाएं।

उन्होंने यह भी बताया कि नेताजी की बेटी भी काफी इच्छुक है कि पवित्र अवशेषों को भारत वापस लाने के बाद पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के बाद उनके पिता के अंतिम संस्कार का एक उचित समारोह किया जाए।

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times